सावन 2022: सावन के महीने में भूल से भी न करें ये काम

279

पूरे साल भर में सावन का महीना सबसे खास और पवित्र माना जाता है। यह महीना भगवान शिव की आराधना के लिए सबसे उत्तम माना जाता है सभी भक्त इस महीने में भगवान को शिव को प्रसन्न करने के लिए सोमवार का व्रत रखते हैं और सच्चे मन से पूजा अर्चना करते हैं। भोलेनाथ को प्रसन्न करने के लिए भक्त व्रत, अनुष्ठान, दान-पुण्य आदि करते हैं। कई बार छोटी सी गलतियों की वजह से भगवान शिव रुष्ट हो जाते तो आज हम आपको ऐसी चीजे बताने जा रहे हैं जिन्हे सावन के महीने में आप भूल से भी न करें।

सावन के दिनों में न करें ये काम

भगवान शिव का पूजन करते समय इस बात का खास ख्याल रखें कि पूजन सामग्री में हल्दी न हो। हल्दी स्त्री से संबंधित वस्तु है इसलिए इसे शिवलिंग पर नहीं चढ़ाना चाहिए।
शिव जी के अभिषेक के लिए कच्चे दूध का प्रयोग किया जाता है। इसलिए सावन माह भर कच्चे दूध के सेवन से परहेज करें।
सावन माह में हरी पत्तेदार सब्जियों का प्रयोग न करें। सावन माह में इनका सेवन बेहद ही नुकसानदायक है।
माह भर सूर्य की पहली किरण से ही भक्तों को शिव आराधना शुरू कर देनी चाहिए।
सुबह देर तक नहीं सोना चाहिए।
सावन माह में शिव की कृपा पाने के लिए सुबह जल्दी उठकर स्नान आदि से निवृत होकर शांत मन से भगवान शिव की आराधना करें।
सावन के महीने में पत्तेदार सब्जियों के अलावा बैंगन नहीं खाना चाहिए।
शास्त्रों में बैंगन को अशुद्ध माना गया है इसलिए सावन माह में बैंगन खाना वर्जित है।
सावन के पवित्र माह में मन को भी पवित्र रखना बेहद जरूरी है। माह भर मन में बुरे विचार लाने से बचें।
किसी का अहित न करें व अधार्मिक कार्य न करें। यदि एेसा करते हैं तो कुंडली में दोष आना निश्चित है।
सावन माह में भूलकर भी स्त्रियों, बुजुर्गों व दुर्बल व्यक्तियों का अपमान नहीं करना चाहिए। जो भक्त इन लोगों का अपमान करते हैं उन्हें भगवान शिव की कृपा नहीं प्राप्त होती है।
सावन माह में मांसाहार का सेवन भूलकर भी नहीं करना चाहिए। एेसा करने से जीव हत्या का पाप लगता है साथ ही नकारात्मक ऊर्जा बढ़ती है। एेसा करने वाले लोगों पर भगवान शिव क्रोधित होते हैं।
सावन माह में घर में क्लेश का महौल नहीं रहना चाहिए। ऐसा होने पर घर में नकारात्मक ऊर्जा का वास होता है और वर्ष भर घर में अशांति का माहौल रहता है।