उत्तर प्रदेश को मेडिकल टूरिज्म का हब बनाने के लिए योगी सरकार ने कमर कस ली है। जिसमें आयुर्वेद सर्वाधिक महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। यही वजह है कि सरकार आयुर्वेद को खासा प्रोत्साहन दे रही है।
साल 2017 के बाद यूपी की कमान संभालते हुए सीएम योगी ने स्वास्थ्य सुविधाओं में तेजी से इजाफा किया। बेहतर हेल्थ इंफ्रास्ट्रक्चर के लिए प्रदेश के सीमावर्ती व अन्य क्षेत्रों में सुपर स्पेशियलिटी चिकित्सालयों की स्थापना करने का निर्णय लिया है।
आयुर्वेद विश्व की प्राचीनतम चिकित्सा प्रणालियों आयुर्विज्ञान, विज्ञान की वह शाखा है जिसका सम्बन्ध मानव शरीर को निरोग रखने, रोग हो जाने पर रोग से मुक्त करने अथवा उसका शमन करने तथा आयु बढ़ाने से है।
आयुर्वेद को बढ़ावा देने के उद्देश्य से गोरखपुर में आयुष विश्वविद्यालय की स्थापना के लिए योगी सरकार ने बजट में 113 करोड़ 52 लाख रुपए की धनराशि प्रस्तावित की है।