परीक्षा न छूटे अब की बारी, सीबीएसई ने कर ली पूरी तैयारी

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देश भर के कई शहरों और राज्यों में स्कूल फिर से खुलने के बाद केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) भी प्रोजेक्ट और असाइनमेंट आधारित पाठ्यक्रम पर विशेष जोर दे रहा है। शिक्षा मंत्रालय और बोर्ड चाहते हैं कि समय पर छात्र अपने प्रैक्टिकल्स और प्रोजेक्टस पूरा कर सकें।

गौरतलब है कि पिछले दो वर्षों से 10वीं और 12वीं की बोर्ड परीक्षा नहीं हो सकी हैं, लेकिन इस बार सीबीएसई बोर्ड ने नीतियों में बदलाव किया है। सीबीएसई बोर्ड ने परीक्षा पैटर्न को बदला है। छात्र की सुविधा सुरक्षा को देखते हुए सीबीएसई ने परीक्षा को दो हिस्सों विभाजित किया है।

सीबीएसई के परीक्षा नियंत्रक संयम भारद्वाज के मुताबिक पहली परीक्षा नवंबर-दिसंबर, 2021 में चार से आठ सप्ताह की समय सीमा में आयोजित की जाएगी। दूसरी परीक्षा मार्च-अप्रैल में आयोजित की जाएगी। यह परीक्षाएं बाहर से आए परीक्षकों और सीबीएसई द्वारा नियुक्त पर्यवेक्षकों की निगरानी में होंगी।

विद्यार्थी प्रश्नों का उत्तर ओएमआर शीट पर भरेंगे। इन शीट को स्कैन करने के बाद सीधे-सीधे सीबीएसई की वेबसाइट पर अपलोड किया जा सकता है। मार्च-अप्रैल 2022 में बोर्ड द्वारा तय परीक्षा केन्द्रों पर परीक्षा होगी। इस सब के बावजूद सीबीएसई आंतरिक मूल्यांकन एवं प्रोजेक्ट पर विशेष ध्यान देगी। अगर परीक्षा के लिए हालात फिर अनूकूल नहीं होती हैं तो दूसरे टर्म के अंत में भी एमसीक्यू आधारित परीक्षा करायी जा सकती हैं।

इसी तैयारी के मद्देनजर दिल्ली में 9 अगस्त से नामांकन और बोर्ड परीक्षा के लिए प्रैक्टिकल गतिविधियों के स्कूल जाने की अनुमति दे दी गई थी। दिल्ली के स्कूल अब 1 सितंबर से खोले जा रहे हैं। इससे पहले फिलहाल 10वीं, 12वीं कक्षा के छात्रों को दाखिला, प्रोजेक्ट और प्रैक्टिकल संबंधित गतिविधियों के लिए आने की अनुमति थी। हालांकि अब दिल्ली में 1 सितंबर से स्कूल फिर से खोलने का फैसला लिया गया है। पहले चरण में 1 सितंबर से 9वीं से 12वीं कक्षा के छात्रों के लिए स्कुल खोले जाएंगे। वहीं कक्षा 6 से 8 तक के लिए 8 सितंबर से स्कूल खोल दिए जाएंगे।