भाजपा प्रतिनिधिमंडल ने बंगाल के हिंसाग्रस्त क्षेत्र भाटपारा का दौरा किया

402

भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के तीन सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल ने शनिवार को पश्चिम बंगाल के उत्तरी 24 परगना जिले के हिंसा प्रभावित भाटपारा का दौरा किया और हत्याओं के जांच की मांग की। भाटपारा में गुरुवार को हुई झड़पों में दो लोगों की मौत हो गई थी और कम से कम चार लोग घायल हो गए।

प्रतिनिधिमंडल में सांसद एस.एस. अहलूवालिया, विष्णु दयाल राम और सत्यपाल सिंह शामिल हैं। वे शनिवार सुबह दिल्ली से भाटपारा पहुंचे।

प्रतिनिधिमंडल ने गांव में गुरुवार को हुई झड़प में मारे गए दोनों मृतकों रामबाबू शॉ और धर्मवीर शॉ के घर का दौरा किया। प्रतिनिधिमंडल ने कहा कि शोक संतप्त परिवारों को 10-10 लाख रुपये की आर्थिक सहायता दी जाएगी। प्रतिनिधिमंडल अपने दौरे की रिपोर्ट पार्टी मुख्यालय को देगा।

अहलूवालिया ने कहा, “जब दो समूहों के बीच झड़प हुई, तो पुलिस ने एक समूह पर आरोप लगाया और दूसरे पर गोली चलाई। हम यह जानना चाहते हैं कि किसने यह निर्णय लिया था? इस साजिश के पीछे किसका हाथ है? यहां इसकी गहन जांच होनी चाहिए। हम (केंद्रीय गृहमंत्री) अमित शाह को रिपोर्ट सौंपेंगे और उन्हें यहां की जमीनी स्थिति से अवगत कराएंगे।”

उन्होंने प्रश्न करते हुए कहा, “पुलिस ने निर्दोष, आम लोगों पर गोलियां चलाईं। उन्होंने यहां सभी को शूट किया है। पुलिस ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित की और कहा कि उन्होंने हवा में गोलीबारी की। अगर यह सत्य है तो लोगों को गोलियां कैसे लगीं। क्या लोग हवा में उड़ रहे थे?”

आसनसोल-दुगार्पुर संसदीय क्षेत्र के भाजपा सांसद ने राज्य की सत्तारूढ़ पार्टी तृणमूल कांग्रेस पर 2019 के चुनाव नतीजों के बाद से लगातार हिंसा में लिप्त होने का आरोप लगाया।

सांसद ने कहा कि पार्टी अपने नेताओं से आम लोगों की ‘हत्या’ कराने के बजाय भाजपा के साथ ‘लोकतांत्रिक लड़ाई’ लड़े।उन्होंने कहा, “मैं तृणमूल कांग्रेस से पूछना चाहता हूं कि यह हिंसा कब तक जारी रहेगी? जब चुनाव के दौरान हिंसा हुई और लोग मारे गए तो हमने उसे बर्दाश्त किया। अब चुनाव परिणाम सामने आया है।”

उन्होंने आगे कहा, “यदि आपको (तृणमूल) को मोदीजी या केंद्र सरकार के खिलाफ कोई शिकायत या असंतोष है, तो आपको संसद में उस पर बहस करनी चाहिए। वह लोकतांत्रिक प्रवचन के लिए सबसे बड़ा स्थान है। लेकिन आप इन गरीबों को क्यों मार रहे हैं? यह दुर्भाग्यपूर्ण है।”