Teacher’s Day 2022: डॉ.सर्वपल्ली राधाकृष्णन के कुछ अनमोल वचन जो बदल सकते हैं आपका जीवन

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शिक्षक दिवस पर कुछ विशेष —— कहा जाता है कि गुरू के बिना किसी भी लक्ष्य को पाना संभव नहीं है। गुरु ही है जो हमे हर चीज का ज्ञान देता है अपने कठिन समय में मुश्किलों से लड़ना सिखाता है। गुरु को सम्मानित करने के लिए आज हम 5 सितम्बर को पूर्व राष्ट्रपति सर्वपल्ली राधाकृष्णन के जन्मदिवस के रूप में शिक्षक दिवस मनाते हैं। तो आइए आज इस मौके पर सर्वपल्ली राधाकृष्णन के कुछ अनमोल विचारों पर डाले एक नज़र …..

डॉ.सर्वपल्ली राधाकृष्णन के कुछ अनमोल वचन

शिक्षक वह नहीं जो छात्र के दिमाग में तथ्यों को जबरन ठूंसे, बल्कि चुनौतियों के लिए तैयार करें।
भगवान की पूजा नहीं होती बल्कि उन लोगों की पूजा होती है जो उनके नाम पर बोलने का दावा करते हैं।
शिक्षा के द्वारा ही मानव मस्तिष्क का सदुपयोग किया जा सकता है।
शिक्षा का परिणाम एक मुक्त रचनात्मक व्यक्ति होना चाहिए, जो कठिन परिस्थितियों के विरुद्ध लड़ सके।
किताबें पढ़ने से हमें एकांत में विचार करने की आदत और सच्ची खुशी मिलती है।
ज्ञान हमें शक्ति देता है,और प्रेम हमें परिपूर्णता देता है।
हर्ष और आनंद से परिपूर्ण जीवन केवल ज्ञान और विज्ञान के आधार पर संभव है

गुरु- रमाकांत आचरेकर, शिष्य: सचिन तेंदुलकर
आज सचिन जिस मुकाम पर हैं उसके पीछे उनके गुरु रमाकांत आचरेकर का बहुत बड़ा योगदान है। गुरु आचरेकर ने हर मौके पर सचिन को सही सलाह दिए। जरूरत पड़ने पर उन्हें डांटा भी। सचिन के शब्दों में ‘कोच आचरेकर के एक चांटे ने उनकी जिंदगी बदल दी’

गुरू- पुलेला गोपीचंद, शिष्य: साइना नेहवाल
साइना नेहवाल को बेडमिंटन स्टार बनाने में उनके गुरू और कोच पुलेला गोपीचंद का बहुत ही बड़ी भूमिका है। उनके कड़े नियम और शिक्षा की वजह से ही आज साइना इस मुकाम पर पहुंची हैं।