मोटिवेजर्स क्लब ने बुजृगों संग मनाई ईकों फ़्रेंड्ली लोहड़ी

600

लखनऊ। खीले, गजक, मूंगफली, काले तिल, आग की गर्मी और भांगड़ा अगर साथ मे दिखने लगे समझ जाइए लोहड़ी का त्योहार आ चुका है। जहां इस त्योहार को न्यूली मैरिड कपल और बच्चे की पहली लोहड़ी पर लोग धूमधाम से अपने घरों में कार्यक्रमों का आयोजन करवाते हैं पार्टी रखते हैं वहीं बुजुर्गों की सेवा करने वाले और उनके साथ खुशियां बांटने वाले ‘मोटिवेजर्स क्लब’ ने इस दिन को उनके नाम करते हुए उनके लिए स्पेशल इको- फ्रेंडली लोहड़ी का आयोजन करवाया।

मोटिवेजर्स क्लब ने अपनी चली आ रही शृंखला का 14वां संस्करण गोमतीनगर स्थित ‘बीएफ़एफ़ कैफे’ में आयोजित करवाया। जिसकी थीम ‘लो आ गयी लोहड़ी वे’ रखी गयी। कार्यक्रम की शुरूवात आस्था सिंह एवं प्रीशिता ने की ।जिसके बाद क्लब के अन्य सदस्य रमिता, इशिता, वैभव ने खेलो का आयोजन कराकर कार्यक्रम को आगे बढ़ाया

यह था खास इस लोहड़ी पर

कार्यक्रम का आयोजन इनडोर किया गया और वोलेनटीएर्स ने एकों फ़्रेंड्ली बोन-फायर बनाया। सूखी लकड़ियों को एक तसले मे रख कर, येलो रैपर से ढककर एल॰ई॰डी॰ बल्ब से आग जैसा दिखाया गया l जहाँ त्योहारों के मौके पर अक्सर पर्यावरण को अनदेखा कर दिया जाता है वही इस तरह के आयोजन के पीछे कई वजह रही। पहला तो दिन मे लोहड़ी इस लिए राखी गई क्योकि सभी शाम को अपने परिवार के साथ व्यथ रहते हैं और बुजुर्गो के साथ समय बिताने का यह अनूठा प्रयास था साथ ही हैंड मेड बोन फायर से फील लाया गया ।

लोहड़ी का महत्त्व

क्लब के मेम्बर के. अरोड़ा और उनकी पत्नी ने पंजाबी अंदाज़ में लोहड़ी का महत्त्व और लोहड़ी से जुड़ी तमाम जानकारियां साझा की। वहां बैठे सभी लोगों में लोहड़ी का जश्न मनाने की उत्सुकता नज़र आई।

लोहड़ी के लोकगीत

क्लब के फाउंडर गौरव छबड़ा ने लोहड़ी के लोकगीतों की कुछ पंक्तियाँ भी सुनाई और सभी का स्वागत किया जिसके बाद क्लब की वालेंटियर इशिता चौहान ने कुछ ऐसे पंजाबी गाने(उड़ जा काले कांवाँ तेर, दिल ए गेंदा) गाए जिसे सुन वहां मौजूद मेंबर्स अपने स्थानों पर ही थिरकने लगे।

भांगड़ा की धुन पर झूमे बुजुर्ग

लोहड़ी का रंग जमा हो और भांगड़ा न हो भला ये कैसे हो सकता है। लोहड़ी के मौके पर मोटिवेजर्स का कार्यक्रम और भी यादगार तब बन गया जब बुजुर्गों ने अपने उम्र के बंधन तोड़ भांगड़ा करने लगे। क्लब में पहली बार आए ऋषि सक्सेना ने अपनी कविता और चुटकुलों से वहाँ बैठे लोगों को ख़ूब हँसाया

पॉप्कॉर्न से हुआ ज्वेललेरी बनाओ प्रतियोगिता

पॉप्कॉर्न(फुल्ले) से ख़ूबसूरत ज्वैलरी बनाकर आरुषि सक्सेना ने जीत हासिल की वही अन्य सदस्यो ने भी काफी अच्छा प्रयास किया।

रंगोली कॉम्पटीशन

काले और सफ़ेद तिल से ख़ूबसूरत तरीक़े से हैपी लोहडी लिखकर अमिता गुप्ता और शलिनी माथुर ने बेस्ट प्रेजेंटेशन दियाl साथ साथ ही साथ भांगड़े और लोहड़ी के गानो पर सभी सदस्यों ने पूरे हर्षों उल्लास के साथ डान्स किया l

लोहड़ी थीम से जुड़े कुछ सवाल जवाब किए जिसमें सभी लोगों ने बढ़चढ़ कर हिस्सा लिया l क्लब के फ़ाउंडर गौरव छाबड़ा ने अंत में सबको धन्यावाद देते हुए क्लब सेजुड़े रहने अनुरोध किया। उनके साथ खुशियां बांटने वाले ‘मोटिवेजर्स क्लब’ ने इस दिन को उनके नाम करते हुए उनके लिए स्पेशल इको- फ्रेंडली लोहड़ी का आयोजन करवाया।

मोटिवेजर्स क्लब ने अपनी चली आ रही शृंखला का 14वां संस्करण गोमतीनगर स्थित ‘बीएफ़एफ़ कैफे’ में आयोजित करवाया। जिसकी थीम ‘लो आ गयी लोहड़ी वे’ रखी गयी। कार्यक्रम की शुरूवात आस्था सिंह एवं प्रीशिता ने की ।जिसके बाद क्लब के अन्य सदस्य रमिता, इशिता, वैभव ने खेलो का आयोजन कराकर कार्यक्रम को आगे बढ़ाया

यह था खास इस लोहड़ी पर

कार्यक्रम का आयोजन इनडोर किया गया और वोलेनटीएर्स ने एकों फ़्रेंड्ली बोन-फायर बनाया। सूखी लकड़ियों को एक तसले मे रख कर, येलो रैपर से ढककर एल॰ई॰डी॰ बल्ब से आग जैसा दिखाया गया l जहाँ त्योहारों के मौके पर अक्सर पर्यावरण को अनदेखा कर दिया जाता है वही इस तरह के आयोजन के पीछे कई वजह रही। पहला तो दिन मे लोहड़ी इस लिए राखी गई क्योकि सभी शाम को अपने परिवार के साथ व्यथ रहते हैं और बुजुर्गो के साथ समय बिताने का यह अनूठा प्रयास था साथ ही हैंड मेड बोन फायर से फील लाया गया ।

लोहड़ी का महत्त्व

क्लब के मेम्बर के. अरोड़ा और उनकी पत्नी ने पंजाबी अंदाज़ में लोहड़ी का महत्त्व और लोहड़ी से जुड़ी तमाम जानकारियां साझा की। वहां बैठे सभी लोगों में लोहड़ी का जश्न मनाने की उत्सुकता नज़र आई।

लोहड़ी के लोकगीत

क्लब के फाउंडर गौरव छबड़ा ने लोहड़ी के लोकगीतों की कुछ पंक्तियाँ भी सुनाई और सभी का स्वागत किया जिसके बाद क्लब की वालेंटियर इशिता चौहान ने कुछ ऐसे पंजाबी गाने(उड़ जा काले कांवाँ तेर, दिल ए गेंदा) गाए जिसे सुन वहां मौजूद मेंबर्स अपने स्थानों पर ही थिरकने लगे।

भांगड़ा की धुन पर झूमे बुजुर्ग

लोहड़ी का रंग जमा हो और भांगड़ा न हो भला ये कैसे हो सकता है। लोहड़ी के मौके पर मोटिवेजर्स का कार्यक्रम और भी यादगार तब बन गया जब बुजुर्गों ने अपने उम्र के बंधन तोड़ भांगड़ा करने लगे। क्लब में पहली बार आए ऋषि सक्सेना ने अपनी कविता और चुटकुलों से वहाँ बैठे लोगों को ख़ूब हँसाया

पॉप्कॉर्न से हुआ ज्वेललेरी बनाओ प्रतियोगिता

पॉप्कॉर्न(फुल्ले) से ख़ूबसूरत ज्वैलरी बनाकर आरुषि सक्सेना ने जीत हासिल की वही अन्य सदस्यो ने भी काफी अच्छा प्रयास किया।

रंगोली कॉम्पटीशन

काले और सफ़ेद तिल से ख़ूबसूरत तरीक़े से हैपी लोहडी लिखकर अमिता गुप्ता और शलिनी माथुर ने बेस्ट प्रेजेंटेशन दियाl साथ साथ ही साथ भांगड़े और लोहड़ी के गानो पर सभी सदस्यों ने पूरे हर्षों उल्लास के साथ डान्स किया l

लोहड़ी थीम से जुड़े कुछ सवाल जवाब किए जिसमें सभी लोगों ने बढ़चढ़ कर हिस्सा लिया l क्लब के फ़ाउंडर गौरव छाबड़ा ने अंत में सबको धन्यावाद देते हुए क्लब सेजुड़े रहने अनुरोध किया।