एसबीआई-विश्व बैंक सौर परियोजनाओं को देंगे 2,300 करोड़ रु. का कर्ज

779

मुंबई. सरकारी बैंक भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) ने सोमवार को विश्व बैंक की भागीदारी में देश में ग्रिड से जुड़ी रूफटॉप (छत के ऊपर की) सौर परियोजनाओं के लिए 2,317 करोड़ रुपये के ऋण मुहैया कराने की घोषणा की है। एसबीआई के अध्यक्ष रजनीश कुमार ने यहां संवाददाताओं को बताया कि विश्व बैंक की तरफ से एसबीआई को व्यवहार्य रूफटॉफ परियोजनाओं के लिए ऋण मुहैया कराने के लिए 62.5 करोड़ डॉलर का लाइन ऑफ क्रेडिट (ऋण व्यवस्था) सुविधा मिली है।

उन्होंने कहा, “सौर परियोजनाओं को ऋण देने का लाभ यह है कि अन्य ऊर्जा परियोजनाओं की तरह इसमें ईंधन की आपूर्ति को लेकर कोई जोखिम नहीं है, दूसरे यह हमारी धरती की सुरक्षा में मदद करेगा।”

एसबीआई के बयान में कहा गया कि ये ऋण डेवलपरों और एंड यूजर्स को वाणिज्यिक, संस्थागत और औद्योगिक भवनों में रूफ टॉप सौर प्रणाली स्थापित करने के लिए दिए जाएंगे। इसमें कहा गया कि एसबीआई के मानकों का पालन करने वाले, तकनीकी क्षमता और संबंधित अनुभव रखने वाले तथा जिनकी अच्छी साख हो उन्हें ही यह ऋण दिया जाएगा।

बता दें कि अब तक सात कंपनियों को ऋण दिया गया है, जिसमें जेएसडब्ल्यू इनर्जी, हिंदुजा रिन्यूवेबल्स, टाटा रिन्यूवेबल इनर्जी, अडानी समूह, ऐज्यूर पॉवर, क्लीनटेक सोलर और हीरो सोलर एनर्जी शामिल है।

रजनीश कुमार ने बताया कि इस कार्यक्रम के तहत एसबीआई ने अब तक 43 परियोजनाओं को 2,766 करोड़ रुपये का ऋण मुहैया कराया है, जिससे ग्रिड में कुल 695 मेगावॉट रूफटॉप क्षमता जुड़ेगी। उन्होंने कहा कि सौर ऊर्जा परियोजनाओं के लिए एसबीआई ने अब तक कुल 12,000 करोड़ रु का ऋण मुहैया कराया है, जिसमें से इस क्षेत्र में अभी तक एक भी ऋण के फंसने की चिंता सामने नहीं आई है।