जानिए गूगल के सीईओ सुंदर पेचाई की सफलता की कहानी

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लखनऊ। आज के आधुनिक समय में हमे कभी भी किसी भी चीज की जरूरत होती है तो हम सबसे पहले इंटरनेट या यूं कहें कि गूगल का सहारा लेते हैं। गूगल के बारे में तो सबको पता होगा लेकिन आज हम आपको गूगल के सीईओ सुंदर पिचाई के बारे में और उनकी सफलता कि कहानी के बारे में बताने जा रहे हैं।

सुंदर पिचाई का जन्म 1972 में चेन्नई में हुआ था और इनके पिता ब्रिटिश कंपनी जीईसी में इंजीनियर थे। घर में न तो टीवी था न ही कार और दो कमरों के घर में रह कर ही इन्होने अपनी पूरी शिक्षा हांसिल की। ये सब देखकर अनुमान लगाया जा सकता है कि पहले उनके घर की आर्थिक स्थिति कैसी रही होगी। पिता इंजीनियर थे और उन्होने सुंदर पेचाई के मन में बचपन से तकनीकी का बीज बो दिया।

जहां चाह वहां राह

तमाम अभावों के बाद भी सुंदर की सफलता में कोई रोड़ा न बन सका। 17 साल की उम्र में ही उन्होने आईआईटी की प्रवेश परीक्षा में अच्छा स्थान प्राप्त कर खड़गपुर में दाखिला लिया। इंजीनरिंग करने के बाद एमबीए की डिग्री हांसिल की। गूगल ज्वाईन करने से पहले उन्हे हायर स्टडी के लिये बहुत ऑफर मिले साथ ही कई बड़ी कम्पनियों के ऑफर भी आये जिसमे स्टेनफोर्ड में इंजिनियर, एप्लाइड में मॅनेजर, सिलिकॉन वैली में सेमीकंडक्टर मेकर, लेकिन उन्होंने उन सभी ऑफर को ठुकरा दिया। शायद इसकी यही वजह होगी की वो जॉब करके अपने सपनों को छोड़ना नहीं चाहते थे। पढ़ाई के बाद सन 2004 में सर्च टुलबार के टीम के मेम्बर के रूप में गुगल ज्वाईन किया। पिचाई की कार्य करने की शैली से गुगल के अधिकारी बहुत प्रभावित हुए और उन्ही के सुझाव पर गुगल ने अपना खुद का ब्राउजर लाने का निर्णय लिया और गुगल क्रोम ब्राउजर (Google Chrome Browser) दुनिया के सामने आया। इस परियोजना में पिचाई ने महत्त्वपूर्ण रोल निभाया। उनके निर्देशन में ही गुगल क्रोम की शुरुवात हो सकी। इसके साथ ही 2013 में अपना उत्कृष्ट योगदान देकर गुगल की एंड्राएड (Android)परियोजना की कमान संभाली।

पिचाई की योग्यता को देखते हुये गुगल के को-फाउंडर लैरी पेज ने उन्हें गुगल के सभी बड़े प्रोडक्ट का इंचार्ज बना दिया जिसमे Google Search, Google Maps, Google Plus, Goo gle Commerce, Google Advertisement जैसे क्षेत्र शामील थे। पिचाई इन कार्यों को सफलतापुर्वक पुरे करके आज गुगल के CEO जैसे सर्वोच्च पद पर पहुंच गये है और इसके साथ ही पिचाई भारत के उन लोगों में शामिल हो गये है जो 400 अरब डॉलर कारोबार करने वाली अंतराष्ट्रीय कम्पनियों के शीर्ष अधिकारी हैं, जिसमे सत्य नडेला (Satya Nadella), मास्टर कार्ड के अजय बंगा (Ajay Banga) जैसे अनेक नाम पहले से शामिल है। निश्चित ही आज सुंदर पिचाई भारत वासियों के लिये एक रोल मॉडल है और ये आने वाले दिनों में युवाओं के लिए वो प्रेरणा का काम करते रहेंगे।